Bhula Kar Hume Kya Wo Khush Rah Payenge
भुला कर हमे क्या वो खुश रह पाएंगे, साथ मै नहीं तो मेरे जाने के बाद मुस्कुरायेंगे, दुआ है खुदा से की उन्हें कभी दर्द न देना, हम तो सह गए पर वो टूट जाएंगे…
भुला कर हमे क्या वो खुश रह पाएंगे, साथ मै नहीं तो मेरे जाने के बाद मुस्कुरायेंगे, दुआ है खुदा से की उन्हें कभी दर्द न देना, हम तो सह गए पर वो टूट जाएंगे…
वो मुझसे दूर रहकर खुश है, और मैं, उसे खुश देखने के लिए दूर हूँ…
छापा असो वा काटा असो, नाणे खरे असावे लागते.. प्रेम असो वा नसो, भावना शुद्ध असाव्या लागतात.. तोडू नयेत दुसऱ्याची मने झाडाच्या फांदीसारखी, कारण झाडाला फांदया पुन्हा फुटतात, पण मने मात्र कायमची तुटतात..!
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करे, करे तो क़यामत तक जुदा ना करे, यह माना की कोई मरता नहीं जुदाई में, लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में..!