Koi Nahi Ab Mere Saath

आज मैंने परछाई से पूछ ही लिया, क्यों चलती हो मेरे साथ? उसने भी हँसके कहा, दूसरा कौन है तेरे साथ…

Mai Pathhar To Nahi

जो भी आता है, एक नयी चोट देकर, चला जाता है.. माना मजबूत हूं मैं, लेकिन, पत्थर तो नहीं..!

Bura Vahi Banta Hai

किसी की अच्छाई का इतना फायदा मत उठाएँ की, वो बुरा बनने के लिए मजबूर हो जाये.. याद रहे बुरा वही बनता है, जो पहले अच्छा बनकर टूट चुका होता है!

Unhe Bichadne Ka Bahana Chahiye Tha

बिछड़ने का तो वो पहले ही, इरादा कर चुके थे.. उन्हें तो बस मेरी तरफ से, कोई बहाना चाहिए था…