Unse Mil Na Sakenge Kabhi
रब ने मेरे हाथो में ऐसी लकीर लिख दी, उनसे मिल न सकेंगे कभी ऐसी तक़दीर लिख दी, जिसे चाहते थे जान से भी ज्यादा, रब ने किसी और के नाम वो जागीर लिख दी…
रब ने मेरे हाथो में ऐसी लकीर लिख दी, उनसे मिल न सकेंगे कभी ऐसी तक़दीर लिख दी, जिसे चाहते थे जान से भी ज्यादा, रब ने किसी और के नाम वो जागीर लिख दी…