Jindagi Bhar Jeb Bharne Ki Khatpat Kyo

“जिंदगी का पहला कपडा लंगोट, जिसमे जेब नहीं.. जिंदगी का आखरी कपडा कफ़न, उसमे भी जेब नहीं.. फिर जिंदगी भर, इस जेब को भरने की खटपट क्यों..?