Bewafaai Shayri

कभी तो सूरज ने भी चाँद से मोहब्बत की होगी, तभी तो चाँद मे दाग है, मुमकिन है के चाँद से हो गयी होगी बेवफाई, तभी तो सूरज मे आग है…