Aaj Kuchh Kami Hai Tere Bagair
आज कुछ कमी है तेरे बगैर, ना रंग ना रोशनी है तेरे बगैर, वक़्त अपनी रफ्तार से चल रहा है, बस धडकन मेरी थमी है तेरे बगैर…
आज कुछ कमी है तेरे बगैर, ना रंग ना रोशनी है तेरे बगैर, वक़्त अपनी रफ्तार से चल रहा है, बस धडकन मेरी थमी है तेरे बगैर…