Bhavishya Ke Bare Me Mat Socho

बीते समय में हमने भविष्य की चिंता की,
आज भी हम भविष्य के लिए सोच रहे है,
और शायद कल भी यही करेंगे,
फिर हम वर्तमान का आनंद कब लेंगे??